पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने धामी के साथ आठ मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
धामी मंत्रिमंडल में चंदन राम दास, प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा नए चेहरे हैं जबकि धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सतपाल महाराज, रेखा आर्य को दोबारा मंत्री बनाया गया है। प्रेमचंद अग्रवाल ने संस्कृत में शपथ ली तो रेखा आर्य पारंपरिक कुमाऊनी वेशभूषा में नजर आईं। उत्तराखंड के मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं। इस तरह तीन मंत्रियों के शामिल होने की गुंजाइश बची है।
उत्तराखंड में भाजपा को 47 विधायकों का प्रचंड बहुमत मिलने के बावजूद पुष्कर सिंह धामी खुद अपना चुनाव हार गये थे। लेकिन भाजपा ने उन पर भरोसा जताकर लगातार दूसरी बार मुख्यमंंत्री बनाया है। इस तरह उत्तराखंड में सरकार और सीएम रिपीट न होने का मिथक टूट गया। हालांकि, धामी को छह महीने के भीतर उपचुनाव जीतना होगा।
धामी मंत्रिमंडल में तीन नए चेहरे शामिल किए गये हैं लेकिन सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले उमेश शर्मा काऊ समेत कई अनुभवी विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया। छह बार के विधायक बिशन सिंह चुफाल भी मंत्री नहीं बने। माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें राज्यसभा भेजेगी और उनकी सीट डीडीहाट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उपचुनाव लड़ेंगे। बशीधर भगत को संभवत: उनकी उम्र की वजह से मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया जबकि मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बने रहे सकते हैं। मुख्यमंत्री पद की रेस में माने जा रहे विनोद चमोली इस बार भी मंत्री बनने से चूक गये। मंत्रिमंडल से जिन तीन मंत्रियों को ड्राप किया गय है वे तीनों कुमाऊं से हैं। जबकि 8 में से 5 मंत्री गढ़वाल से हैं।